हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स: 02 मई 2019कुमार संगकारा मेरीलिबोन क्रिकेट क्लब के पहले नॉन-ब्रिटिश अध्यक्ष बने लंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा को हाल ही में मेरीलिबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) का पहला गैर-ब्रिटिश अध्यक्ष घोषित किया गया है. उन्हें अगले एक वर्ष तक के लिए इस पद पर नियुक्त किया गया है. पिछले 233 वर्षों के इतिहास में पहली बार है जब कोई गैर-ब्रिटिश इस पद पर नियुक्त हुआ है. इससे पूर्व कुमार संगकारा को एमसीसी का आजीवन मानद सदस्य बनाया जा चुका है. परिषद का मानना है कि उन्होंने पिछले सात सालों में विश्व क्रिकेट में विशेष प्रभाव डाला है. इससे पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर टेड डेक्सटर, डेरेक अंडरवुड, माइक ब्रियरली, कॉलिन कॉड्रे, माइक गैटिंग और गबी एलन एमसीसी के अध्यक्ष की भूमिका निभा चुके हैं.
भारतीय पुरातत्व विभाग (एएसआई) द्वारा हाल ही में उत्तर प्रदेश स्थित सनौली में पुरातात्त्विक उत्खनन के दौरान 4,000 वर्ष पुरानी कब्रगाह और अन्य अवशेष खोजे हैं. विशेषज्ञों द्वारा इस उत्खनन के दौरान चार हज़ार वर्ष पुराने चावल, कोठरियां तथा बर्तन भी खोज निकाले गये हैं. इस स्थान पर पुरातत्व विभाग को मृत शरीर के साथ ताबूत, चावल एवं दाल से भरे बर्तन और जानवरों की हड्डियाँ भी मिली हैं. गौरतलब है कि सनौली में पुरातात्त्विक स्थल का उत्खनन पहली बार 2018 में शुरू हुआ था जिसे जनवरी 2019 में फिर से आरंभ किया गया है. एयर मार्शल राकेश सिंह भदौरिया ने वायु सेना उप-प्रमुख के रूप में कार्यभार ग्रहण किया एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया पीवीएसएम एवीएसएम वीएम एडीसी ने 01 मई 2019 को वायु सेना के उपप्रमुख के रूप में कार्यभार ग्रहण किया है. उन्होंने एयर मार्शल अनिल खोसला का स्थान लिया है. एयर मार्शल भदौरिया राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं. उन्हें 15 जून 1980 को भारतीय वायुसेना के लड़ाकू दस्ते में शामिल किया गया था. एयर मार्शल भदौरिया ने संपूर्ण मैरिट क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त किया था और इसके कारण उन्हें प्रतिष्ठित ‘स्वॉर्ड ऑफ ओनर’ से सम्मानित किया गया था. उनके पास 26 प्रकार के लड़ाकू और परिवहन विमानों को उड़ाने का 4250 घंटे से अधिक का अनुभव है. वे एक प्रायोगिक जांच पायलट, श्रेणी-ए अर्हता वाले फ्लाइंग इंस्ट्रकटर और एक पायलट अटैक इंस्ट्रकटर भी हैं.
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने 01 मई 2019 को आतंकवादी मसूद अज़हर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया है. भारत लंबे समय से मसूद अज़हर को अंतरराष्ट्रीय आंतकी घोषित करने की मांग कर रहा था. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति द्वारा उसे ‘ब्लैक लिस्ट में डालने के एक प्रस्ताव पर चीन द्वारा अपनी रोक हटा लेने के बाद यह कदम उठाया गया. संयुक्त राष्ट्र द्वारा मसूद अज़हर को आतंकी घोषित किए जाने के बाद अब उसकी संपत्ति जब्त हो सकेगी और उस पर यात्रा प्रतिबंध तथा हथियार संबंधी प्रतिबंध लग सकेगा. संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट कर कहा कि इस फैसले में छोटे, बड़े सभी साथ आए और मसूद अज़हर को संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध सूची में आतंकवादी घोषित किया. गौरतलब है कि मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की पिछले 10 साल में चार बार कोशिश की गई थी. |